भारत माता,मेरा प्रणाम
तेरे पथ में मेरा जीवार्प्पन
तू ही है मानव की माता
तेरी उन्नती है मेरा इच्छा
तेरी रक्षा है मेरा कर्म.
Thursday, 12 February 2009
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The role of a writer is not to say what we all can say, but what we are unable to say..... AnaisNin
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